एक प्यार ऐसा भी
एक प्यार ऐसा भी
नमस्कार दोस्तों आज मै आपसे अपने अतीत के गुजरे कुछ खास पल के बारे में बताऊंगा, तो आइए चलते है कहानियों के मेले में।
मेरा नाम मोहित है। मेरे पिता अपना व्यवसाय करते है।मैं बचपन से बहुत शरारती था। मैं अक्सर अपने नानी घर जाया करता था, और वहां मस्ती किया करता था।
समय कब गुजर गया पता ही नहीं चला। बड़े होते होते मित्र भी बनते गए। कुछ खास मित्र थे, जिनके साथ मैं पूरा वक्त बिताने लगा। मेरा एक सबसे खास मित्र था, जिसका नाम राघव था।
वह देखने में बहुत मनमोहक था। कोई भी व्यक्ति उसका मित्र बनने की कोशिश करता था। उसपे ढेरों लड़कियां मरती थी। वह लड़कियों के जाल में फंस चुका है ऐसा प्रतीत होता था मुझे।
एक रोज वह एक लड़की से मिलने गया। उस रोज मैं भी उसके साथ गया था। वह लड़की उससे प्रेम करती थी। पर राघव ने इनकार कर दिया था। समय बीतने के साथ साथ वह उससे और अधिक प्रेम करने लगी।
इसी बीच
राघव ने उससे बात करना बंद कर दिया था। इसी बीच मेरी मुलाकात उस लड़की से होती है। राघव को उस लड़की के करीब लाने के लिए मैं उससे बात करने लगा। मैं राघव से उसकी बाते किया करता।
राघव अपनी मस्ती में मगन था। धीरे धीरे बात इस हद तक बढ़ गई कि मैं ही उस लड़की से बात करने लगा। बातों ही बातों में एक दिन हमने मिलने का तय किया।
हमने ये सब बाते राघव को बताना जरूरी नहीं समझा। अचानक उस लड़की ने ही ये सब बाते राघव से बता दी। राघव चुप रहा लेकिन उसने उस लड़की को इशारों में ये बाते समझा दी थी, कि मोहित तुमसे प्यार नहीं करता।
उस लड़की ने राघव की बात को नजरअंदाज किया। जब मुझे ये बात पता चली कि राघव को हमारे बारे में सब कुछ पता चल चुका है, तो मैं राघव से नजरे नहीं मिला पा रहा था।
कुछ समय बाद
धीरे धीरे हम एक दूसरे से मिलने लगे, राघव को इसकी खबर लग चुकी थी कि हम मिलते भी है, पर राघव मेरा मित्र था उसने मुझे कुछ भी नहीं कहा।
इसी बीच किसी ने उस लड़की से मेरी (मोहित) सच्चाई बता दी, कि मोहित किसी और से प्यार करता है। और वह उसके साथ कई सालों से है।
मैं उस लड़की को सारी सच्चाई बताना चाहता था। पर उसके दिल पर क्या गुजरेगी ये सोच कर मैं उसे कुछ नहीं बता पाया। मुझे अफसोस तो बहुत था पर मैं चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहा था।
उस लड़की को जब ये पता चला, उस लड़की ने मुझसे पूछा मै तब झूठ नहीं बोल पाया। और सारी सच्चाई उसे बता दी। उस लड़की ने मुझपर इतना भरोसा जताया था।
मैने उसे अपनी सारी सच्चाई बता दी। वो बहुत रोई और उसने मुझे दिल से बददुआ दी। जिसकी वजह से मैने अपना सब कुछ खो दिया। वो लड़की भी चली गई जिससे मैं प्यार करता था।
मेरी जिंदगी में सब कुछ खत्म सा हो गया। दोस्तो ये कहानी कोई कहानी नहीं ये एक सच्ची घटना है। मैं झूठा इंसान नहीं था, पर मुझे झूठा वक्त ने बनाया।
जीवन में कभी भी ऐसी परिस्थिति आपके सामने आए आप लोगों को भले ही निराश कर देना, पर कभी झूठ का सहारा मत लेना
Sandesh acha hai
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